फैक्ट चेक: बस के ऊपर बने घर की फेक फोटो गलत दावे के साथ वायरल, AI टूल सर्च में सच्चाई आई सामने
- बस पर बने महंगे घर की तस्वीर वायरल
- वायरल पोस्ट से जुड़ी कोई खबर नहीं
- AI टूल की मदद से बनाई गई फोटो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर एक बस की फोटो तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में बस के ऊपर एक बड़ा सा घर दिखाई दे रहा है। लोगों का दावा है कि यह एक असली घर है जिसे बस के ऊपर बनाया गया है और घर की कीमत करोड़ो रुपये है। आपको बता दें कि एआई टूल पर सर्च करने के बाद इस फोटो के पीछे की सच्चाई सामने आई। दरअसल, ये फोटो असली नहीं बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से क्रिएट की गई है जिसे लोग आसली समझ रहे हैं।
क्या हो रहा है वायरल?
सपने तो हम भी बड़े- बड़े देखते हैं ,छोटा न ही समझना हमें , जैसे कि ये वाला घर जो कि 5 करोड़ था मैंने खरीद लिया। जब आंखे खुली तो जेब में सिर्फ 5 रुपय्या बचा तो मैंने उस पैसे से कुरकुरे खरीदे और एक- एक कुरकुरे को आंखे बंद करके खाते खाते पूरे घर में टहलते रहे। यकीन मानो क्या गजब का घर था भाई लेकिन पूरा घर छान लिया और कुरकुरे भी खत्म हो गए लेकिन कहीं भी किसी कोने मे मेरा परिवार नहीं दिखा, किसी भी ओर से बच्चों का शोर सुनाई नहीं पड़ा। फिर क्या, मैंने जिसे घर समझा वो तो मकान निकला जो कागज के फूलों की तरह निकला इसमें पल भर की खूबसूरती जरूर थी लेकिन खुशबू और मोहब्बत नहीं दिखी। मतलब साफ है कि मकान कितना भी खूबसूरत हो या कीमती हो, परिवार साथ हो तो वो घर लगता है वर्ना एक खोखला मकान और हम ऐसे सपनों को ठोकर मारते हैं।
क्या है वायरल पोस्ट की पीछे की सच्चाई?
पोस्ट की सच्चाई पता लगाने के लिए हमने सबसे पहले रिवर्स सर्च किया लेकिन वायरल फोटो से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिला। आपको बता दें कि, फोटो देख कर ये समझ आता है कि ये फोटो असली नहीं है। कोई भी न्यूज रिपोर्ट ना मिलने के बाद हमने हाइव मॉडरेशन AI टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल के मुताबिक, वायरल फोटो 99.5 परसेंट एआई जनरेटेड है।
brandwell.ai के जरिए सर्च करने पर वायरल फोटो के एआई टूल से बने होने की संभावना 92 परसेंट थी।
हमने हगिंग फेस नाम का टूल यूज किया तो पता चला कि वायरल तस्वीर नकली है जिसे 92 परसेंट एआई जनरेटड होने की संभावना बताई है। इससे ये साफ होता है कि लोग इस फोटो को लेकर झूठा दावा कर रहे हैं।